आज के दिन मेरे प्रथम छमाही परीक्षा का आखरी पेपर खत्म हुआ, हर कोई खुश था, मैं भी खुश था, किसी भी तरह परीक्षा खत्म हो गयी, हर किसी का एक प्लान बना था कि कोई घूमने जाएगा तो किसी का सोने का प्लान, मैं ने 3 मूवी डाउनलोड किया था और मेरा प्लान था कि मैं आज दो मूवी रात भर तक देख लूंगा, और इस तरह परीक्षा का जो बोझ मेरे सर पर था उस को दूर कर दूं।
पर यह प्लान मुकम्मल नही हो पाया, क्योंकिं मुझे थोड़ा मोची के पास अपने स्वेटर की चैन लगाने जाना पड़ा बहुत ढूंढने के बाद मुझे एक मोची मिल गया,
मोची आपने काम मैं था तो हमारी थोड़ी बातचीत शुरू हुई , तभी बातों बातों में उन्होंने मुझ से पूछा कि आप क्या करते हो तो मैं ने बताया कि मैं पंधरावी कर रहा हूँ तो उन्होंने पूछे यह क्या होता है कोनसा कोर्स है तो मैं ने बताया मैं अर्थशास्त्र में ग्रेजुएशन कर रहा हूँ, तो उनका सवाल था कि इस से क्या होता है,यह कैसा विषय है यह किस बारे में होता है, तो मैं ने अपने सरल शब्दों में बताने की कोशिश की यह अर्थशास्त्र सरकार की पॉलिसी बनाने में काम आती है, कितना टैक्स लगाना और कितना सब्सिडी देना यह अर्थशास्त्र विषय मे होता है, फिर उसके साथ मैं ने यह भी जोड़ दिया कि अर्थशास्त्र अमीरी और गरीबी के अंतर को कम करता है,
तब एक आशा से वह व्यक्ति बोले कि अर्थशास्त्र सही मे गरीबी को हटा देती है तब मेरे पास इस प्रश्न का जवाब नही था,तो उसका का उत्तर मैं ने अलग ढंग से देने का प्रयत्न किया और कहा कि अर्थशास्त्र अमीरों से पैसा जमा कराता है और उस से गरीबो को सुविधा प्राप्त कराता है जैसे विद्यालय अस्पताल आदि, फिर उन्होंने यह भी कहा कि एक व्यक्ति आपने घर की गरीबी को हटा सकता है पर देश या सरकार पूरे देश की गरीबी को हटा नही सकती है।
यह पाँच मिनट की बातचीत शायद आप को छोटी लगे पर मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण थी, उन्होंने ने मुझे सही तरीके से अर्थशास्त्र पर सोचने पर मजबूर कर दिया।
Few conversations make you think a lot and may give direction to your life as well.
ReplyDelete